कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में दूसरे स्तर पर है.
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) के अनुसार कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण भारत में दूसरे स्तर पर है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) का आने वाले दिनों में क्या असर होगा और इससे बचाव के लिए क्या-क्या किया जा सकता है इस पर बीबीसी ने सेंटर फॉर डिसीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी के निदेशक डॉ रमन लक्ष्मीनारायण से बातचीत की. डॉ रमन लक्ष्मीनारायण के अनुसार आने वाले वक्त में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों की सुनामी आ सकती है.
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डॉ लक्ष्मीनारायण ने कहा कि अगर अमेरिका या ब्रिटेन में लागू किए गए समान गणितीय मॉडल भारत में लागू होते हैं, तो देश लगभग 300 मिलियन मामले सामने आ सकते हैं. इनमें से लगभग चार से पांच मिलियन मामले गंभीर हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस भारत में पैर न पसार पाए इसके लिए पहले ही व्यापक स्तर पर सावधानियां और चेतावनियां जारी की गई हैं.
भारत में कम लोगों के हुए टेस्ट
डॉ लक्ष्मीनारायण ने कहा कि आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो भारत में अभी बहुत ही कम मामले सामने आए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि लोगों के टेस्ट कम किए गए हैं. उन्होंने कहा, आने वाले सप्ताह में जब ज्यादा लोगों के टेस्ट किए जाएंगे तो कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है. भारत में कोरोना का ट्रांसमिशन बहुत आसान है क्योंकि इस देश की जनसंख्या काफी ज्यादा है.
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कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कितना तैयार है भारत ?
डॉ. लक्ष्मीनारायण ने कहा कि वर्तमान में भारत में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कोई खास तरह का अस्पताल नहीं है. जनसंख्या के मुकाबले यहां पर ईसीयू बेड की संख्या भी कम है. ऐसे में तत्काल अगर कोरोना से जुड़े मामले सामने आते हैं तो स्टेडियम को अस्पताल के तौर पर तब्दील किया जा सकता है.
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First published: March 20, 2020, 9:20 AM IST