सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन और हवाई अड्डे पर तैनात सुरक्षा बल के प्रमुख एमए गणपति ने यात्रियों को मुहैया कराई जा रहीं सुविधाओं का जायजा लेने के लिये गुरुवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Indira Gandhi International Airport) का दौरा किया.
रोजाना हजारों लोगों की तलाशी लेते हैं जवान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महानिदेशक ने रोजाना हजारों यात्रियों की तलाशी लेने वाले सीआईएसएफ के जवानों के लिये किये गए इंतजामों की भी समीक्षा की.बल के एक प्रवक्ता ने कहा, ’63 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर तैनात सीआईएसएफ जवानों को तलाशी के दौरान यात्रियों को कम से कम छूने, मास्क, सर्जिकल ग्लव्स (दस्ताने) पहनने और उनके किसी भी सामान को स्पर्श नहीं का निर्देश दिया गया है.’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एसओपी
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली हवाई अड्डे पर कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की गतिविधि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की.
हाल के दिनों में दिल्ली हवाई अड्डे पर आए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के हंगामें की खबरे आने के बाद मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोरोना वायरस संक्रमित देशों से आने वाले यात्रियों को विमानन कंपनी के कर्मचारी स्वास्थ्य काउंटर तक ले जाएंगे जहां पर शरीर का तापमान नापकर शुरुआती जांच होगी.
मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबकि अगर किसी यात्री में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया जाता है तो उसे पृथक कर निर्धारित अस्पताल में भेजा जाएगा.
ऐसी होगी प्रक्रिया
विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘तापमान की जांच के दौरान कोई लक्षण नहीं पाया जाता है तो यात्री को पासपोर्ट और स्व जानकारी फार्म के साथ आव्रजन कांउटर पर भेजा जाएगा. विमान में सवार चालक दल और हवाई अड्डे पर मौजूद विमानन कंपनी के कर्मचारी यह सुनिश्चित करेंगे कि विदेश से आने वाला प्रत्येक यात्री स्व जानकारी फार्म को अच्छी तरह से भरे.’’
मौजूदा समय में भारत ने अपने नागरिकों सहित यूरोप, अफगानिस्तान,ब्रिटेन और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के देश में प्रवेश पर रोक लगा दी. भारत ने संयुक्त अरब अमीरात,कतर और विभिन्न देशों से आने वाले लोगों को 14 दिनों तक पृथक रखने का फैसला किया है.
प्रक्रिया पूरी होने के बाद रखा जाएगा पासपोर्ट
मंत्रालय ने बताया कि लक्षण नहीं होने वाले यात्री द्वारा आव्रजन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आव्रजन अधिकारी पासपोर्ट रख लेंगे. यात्रियों को 30 के समूह में सीआईएसएफ अधिकारियों के नेतृत्व वाले अनुरक्षक दल के हवाले कर दिया जाएगा और वे यात्रियों का पासपोर्ट भी रखेंगे.
परामर्श ने कहा, ‘‘किसी भी सूरत में पासपोर्ट यात्रियों को नहीं दिया जाएगा. एक बार सामान लेने के बाद यात्रियों को दिल्ली सरकार के अधिकारियों के नेतृत्व में निर्धारित इलाके में भेज दिया जाएगा. मंत्रालय ने कहा, ‘‘यात्रियों को रखने के लिए बनाए गए स्थान पर नियंत्रण कक्ष और पांच जांच काउंटर होंगे जिसमें दिल्ली सरकार के चिकित्सा अधिकारी और पैरा मेडिकल कर्मी तैनात रहेंगे.’’
खतरा न होने की स्थिति में दे दिया जाएगा पासपोर्ट
निर्धारित काउंटर पर बैच के सभी सदस्य के पासपोर्ट को सौंप दिया जाएगा. यहां पर जिन यात्रियों में खतरे की बात नहीं होगी उन्हें पासपोर्ट देकर घर में ही पृथक रहने के लिए भेज दिया जाएगा. ऐसे यात्रियों को सख्ती से घर में अलग रहने के आदेश का अनुपालन करने को कहा जाएगा, अन्यथा दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
मंत्रालय ने महाराष्ट्र में यात्रियों के हाथ पर मुहर लगाने जैसी संभावना भी तलाशने को कहा है.
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