वसंत ऋतु के बारे में सबकुछ जानें, बसंत में मौसम लेता है करवट
गूगल (Google) ने बसंत (Basant, Vasant, Spring) पर डूडल बनाया है….
मै अग-जग का प्यारा वसंत.
मेरी पगध्वनि सुन जग जागा
कण-कण ने छवि मधुरस मांगा.नव जीवन का संगीत बहा
पुलकों से भर आया दिगंत.
मेरी स्वप्नों की निधि अनंत
मैं ऋतुओं में न्यारा वसंत.
कवियत्री महादेवी वर्मा ने जब बसंत (Basant, Vasant, Spring) पर यह कविता लिखी होगी तब शायद इस मौसम में प्रकृति में आने वाले बेहद खूबसूरत बदलाव, सकारात्मक ऊर्जा की कल्पना की होगी. पतझड़ के मौसम में ठूंठ हो चुके पेड़-पौधों पर बसंत ऋतु के आगमन के साथ फूल पत्तियां खिलने लगती हैं. इसके साथ ही उनपर भंवरे और मधुमक्खियां भी मंडराने लगते हैं. कुल मिलाकर बसंत के मौसम में प्रकृति एक नया श्रंगार धारण करती है. इस ऋतु को इसी वजह से श्रृंगार की ऋतु भी कहा जाता है. बसंत ऋतु की शुरुआत 20 मार्च से हो रही है. गूगल ने भी आज बसंत के आगमन पर डूडल बनाया है. हमारे देश में मुख्य रूप से 6 मौसम माने गए हैं- हेमंत, शिशिर, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा व शरद ऋतु. लेकिन बसंत को अन्य ऋतुओं का राजा कहा जाता है. बसंत का मौसम प्रकृति में हो रहे बदलाव को महसूस कराता है. बसंत से पहले पतझड़ का मौसम होता है जिससे कि पेड़ों से काफी पत्ते झड़ते हैं. लेकिन बसंत के आते ही पेड़ों पर नई कोपलें फूटने लगती है. प्रकृति मानो नई सी हो जाती है.
बसंत में क्या बदलाव होते हैं?
बसंत के मौसम में प्रकृति एक बार फिर से हरियाली से गुलजार हो जाती है. पतझड़ के मौसम के बाद जब पेड़ों पर नई कोपलें फूटती हैं और शाखाओं पर नन्हीं कलियां खिलती हैं तो प्रकृति का यह बदलाव सकारात्मकता का संदेश देता है. इसे अगर विस्तार से समझा जाए तो बसंत का मौसम इस बात की तस्दीक करता है कि निराशा में ही आशा छिपी हुई है. बसंत का मौसम इस बात का प्रतीक भी है कि समय के साथ हर चीज बदलती है. कुछ भी शाश्वत नहीं है.
क्यों है बसंत ऋतुओं का राजा:
बसंत ऋतु को बाकी ऋतुओं का राजा कहा जाता है. इसके पीछे यह वजह है कि अन्य मौसमों के मुकाबले इस मौसम में प्रकृति काफी ख़ूबसूरत हो जाती है. इसके साथ ही खेतों की उर्वरता भी बढ़ जाती है. यहां तक कि स्वयं भगवान कृष्ण ने गीता में कहा खुद को ऋतुओं में बसंत बताया है. इस मौसम में फसलें पक कर तैयार हो जाती हैं, आम की डालियां मंजरी से भर जाती हैं और पौधे भी फूलों से लद जाते हैं.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.
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First published: March 19, 2020, 10:29 AM IST