
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों से कोरोना को लेकर चर्चा की.
WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारतीय प्रमुख हेंक बेकडम मंगलवार को ICMR कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में आईसीएमआर के पास काफी बढ़िया रिसर्च का साधन है.
कोरोना वायरस (Corona virus) से लड़ने के लिए हर स्तर पर कोशिश की जा रही है. आईसीएमआर यानी इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कंट्रोल रूम बनाया है. जहां से पूरे देश की लैब पर नजर रखी जा रही है. यहां से रिपोर्ट तैयार करके सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय और स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी रही है.
WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारतीय प्रमुख हेंक बेकडम मंगलवार को ICMR कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में आईसीएमआर के पास काफी बढ़िया रिसर्च का साधन है. आईसीएमआर की वजह से वायरस का पता लगाने और उसपर ग्लोबल काम करने में काफी मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि भारत भी विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है जो इसपर रिसर्च कर रहे हैं.
50 विशेषज्ञों की टीमआईसीएमआर की बिल्डिंग में स्थित वार रूप में तीन शिफ्ट में काम हो रहा है. जहां पर 15 विशेषज्ञों की टीम होती है, जिसमें डॉक्टर, वैज्ञानिक और तकनीकी मामलों से जुड़े लोग होते हैं. इस वार रूम में दिन-रात काम चल रहा है.
हर लैब आईसीएमआर के रडार पर
देश में इस वक्त कुल 62 लैब ऐसी हैं जहां कोरोना वायरस का टेस्ट हो रहा है. इन लैब में किस तरह के साधन उपलब्ध हैं और कौन-कौन से संसाधनों की जरूरत है. इसे लेकर वार रूम में तुरंत जानकारी दी जाती है. किसी भी लैब के बुनियादी व्यवस्था से लेकर दवाइयों की उपलब्धता तक की जानकारी वार रूम को मिलती है.वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधा
देश के कई लैब ऐसे हैं जो काफी दूर दराज इलाके में है. इसके मद्देनजर हर सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा रही है. जिससे कि तमाम लैब से रिपोर्ट इकट्ठा किया जा सके.
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First published: March 17, 2020, 3:08 PM IST