मिलावट के ख़िलाफ कमलनाथ सरकार का मार्च
मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में 19 जुलाई ये मिलावट खोरों (Adulteration) के ख़िलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है. खान-पान में मिलावट करने वाले 30 से ज्यादा कारोबारियों के खिलाफ प्रदेश में अब तक रासुका की कार्रवाई की जा चुकी है. 87 मामलों में FIR दर्ज की गईं
भोपाल. माफिया (Mafia) और मिलावटखोरों (Adulteration) के ख़िलाफ कमलनाथ सरकार (kamalnath government) अब सड़क पर उतर आयी है. भोपाल में शुद्ध के लिए युद्ध (War for the pure) के नारे के साथ हज़ारों लोगों ने मार्च किया. इनका नेतृत्व खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और विधि विधायी मंत्री पी सी शर्मा कर रहे थे.मिलावटखोरों के ख़िलाफ कमलनाथ सरकार युद्ध तेज़ हो गया है. पिछले कई महीनों से जारी छापों और कार्रवाई के बाद आज भोपाल में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान और आगे बढ़ा. मिलावटखोरों-भारत छोड़ो के नारे के साथ जुलूस निकाला गया. इसमें हज़ारों लोगों का काफ़िला निकाला. मंत्री तुलसी सिलावट और विधि मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में भोपाल के रोशनपुरा चौराहे से मार्च शुरू हुआ जो लाल परेड ग्राउंड पर ख़त्म हुआ.मुख्यमंत्री की सख़्त हिदायत
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में खाद्य पदार्थो की शुद्धता के लिए अभी तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया जा रहा है. ये मार्च भी उसी का हिस्सा है. सरकार के इस अभियान को जनता का ज़बरदस्त समर्थन मिला. सुबह से हज़ारों लोग इसमें शामिल होने पहुंचना शुरू हो गए थे. दावा किया जा रहा है कि मार्च में 15 हज़ार लोग शामिल हुए. स्वास्थ्य मंत्री सिलावट का कहना है कि प्रदेश की जनता को शुद्ध आहार मिले इसके लिए कमलनाथ सरकार पूरी तरह से संकल्पित है. ये अभियान 12 महीने चलता रहेगा.मंत्री का कहना है बीजेपी सरकार में सिर्फ त्योहार के सीजन में खाद्य पदार्थो की जांच का अभियान चलाया जाता था. लेकिन हमारा अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी लोग पूरे प्रदेश में खाद्य पदार्थ शुद्धता का मानक नहीं अपना लेते.VVIP ने किया मार्च
इस मार्च में समाज प्रदेश की रिटा. मुख्य सचिव और समाज सेवी निर्मला बुच, पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी, डॉक्टर, सामाजिक संगठनों के लोग अफसर, नेता और बड़ी संख्या में आम जनता शामिल हुई. मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, सरकार का मिशन प्रदेश को माफियामुक्त बनाना है. मिलावटखोर भी सेहत से खिलवाड़ करने वाले माफिया हैं. उन्हें अब किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.इस अभियान को आज जनता का सहयोग मिला है.जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को सरकार छोड़ेगी नहीं.शुद्ध के लिए युद्धमध्य प्रदेश में 19 जुलाई ये मिलावट खोरों के ख़िलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है. खान-पान में मिलावट करने वाले 30 से ज्यादा कारोबारियों के खिलाफ प्रदेश में अब तक रासुका की कार्रवाई की जा चुकी है. 87 मामलों में FIR दर्ज की गईं.इसमें दूध, दुग्ध से बने उत्पादों और अन्य खाद्य पदार्थ पान मसाला सहित कुल 6,463 नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं. राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में इनमें से 1,484 नमूनों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है. इसमें से 491 नमूने अमानक औऱ 112 नमूने गलत पाए गए.फल विक्रेताओं पर कार्रवाई
सिंथेटिक दूध और इससे बने उत्पादों का कारोबार करने वाले गिरोहों के खिलाफ अभियान शुरू करने के कुछ दिन बाद ही मध्यप्रदेश सरकार ने केमिकल से फल पकाने वाले व्यवसायियों की ओर रुख़ किया. साग-सब्जियों को ताज़ा एवं बढिय़ा दिखाने के लिए उन पर नुकसानदायक लेप और इंजेक्शन लगाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी मोर्चा खोला है.
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First published: December 15, 2019, 1:04 PM IST